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Short poem in hindi |
मेरी माँ
देखना जानती थी
पढ़ना नहीं
मेरे पिताजी देखना, पढ़ना जानते थे
लिखना नहीं
मैंने देखना, पढ़ना, लिखना जाना
बोलना नहीं
मेरी आने वाली पीढ़ियाँ मार दी जाएंगी
क्योंकि लाठीतंत्र में
देखने, पढ़ने, लिखने, बोलने का रिवाज नहीं है।
Nayiwalistory.in से अभिषेक आर्यन
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कविता