आत्मनिर्भर भारत की संकल्पना और प्रवासी मजदूर की दुखद कहानी

Atmnirbhar bharat ki sankalpna, atmnirbhar bharat package, आत्मनिर्भर भारत पैकेज, aatmnirbhar bharat yojna, आत्मनिर्भर भारत योजना, atmnirbhar bharat loan - Abhishek Aryan Kahani

Aatmnirbhar bharat, aatmnirbhar bharat abhiyan, aatm nirbhar bharat kya hai, aatm nirbhar bharat yojana 2020, aatm nirbhar bharat meaning, aatm nirbhar bharat image, aatm nirbhar bharat abhiyan, aatm nirbhar bharat abhiyan details, aatm nirbhar bharat abhiyan how to apply, Labour going home, going into labour at home going into labour at home alone, going home outfit after labour, labour return to home, corona virus, corona virus impact, corona virus patient, corona virus effect


आत्मनिर्भर भारत की संकल्पना और प्रवासी मजदूर की दुखद कहानी

इधर देखते देखते हम कोरोना के मामले में लखपति हो गए। कुछ दिन पहले तक पीठ पर धप्पा मार कर भारत को विश्व विजेता बनाने वालों की ढढास का जीडीपी देखें तो हाल निर्मला सीतारमण हो जाएगा।

वो जो व्हाट्सएप्प और फेसबुक यूनिवर्सिटी पर हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन का डंडा लेकर कोरोना काल का 'लॉ ऑफ पाजिटिविटी' पढ़ाते फिरते थे आज उनका ही नर्वस सिस्टम नर्वस होने के कगार पर है।

इधर ये भी देख रहा हूँ कि प्रदेश सरकारें कोरोना से बचने के लिए बाहर से आ रहे मजदूर श्रमिकों की व्यवस्था स्कूलों में कर रही है। उन्हें साबुन, सर्फ से लेकर मच्छरदानी तक मुहैया करवा रही है। दिन में भात और रात में रोटी का जुगाड़ कर रही है। 

पर मजदूर वर्ग का एक हिस्सा ऐसा भी है जो 1400 किलोमीटर पैदल चलकर गाँव तो पहुँच जा रहा है पर कोरोना को अभी भी भोजपुरी गाना का चोली और लहँगा का हुक समझ रहा है। 

ये दिन भर प्राथमिक और उच्च विद्यालयों के परिसर में देह पसार कर सरकारी भत्ता उठाते हैं और रात 10 बजते ही स्कूल से भागकर माय मौसी के देह में अपना संदिग्ध चेहरा छुपाने चले जाते हैं। और अगली सुबह फिर स्कूल के कमरे में ही रोटी तोड़ते नजर आते हैं। 

थोड़ा पीछे जाकर देखें तो ये वही श्रमिक वर्ग हैं जो बियाह के 5 महीना बाद गाँव छोड़कर दिल्ली और मद्रास निकल जाते हैं, वहाँ ईंट ढोते हैं, सूत काटते हैं, छत की ढलाई करते हैं और गाँव आते ही बताते हैं कि हम तो कंपनी में काम कर रहे हैं।

कुछ दिनों तक उनका जीन्स ही नहीं खुलता है। हाथ में चाइना मोबाइल और कान का ठिप्पी उन्हें बतलाता है कि तुम मद्रास और बम्बई में 50 हजार तो कमा ही लेते होगे। पर असलियत किससे छुपा हुआ है। 

घर की चाची, फुआ सब भी बहुत भावुक हैं। ये वही चाची फुआ हैं जो रामायण देखते हुए फफक पड़ती हैं, आँख के लोर से अचरा भींगा लेती हैं। दिल्ली और मद्रास से आये सिंटू, राजू और मुकेश को बिना मना किये हुए घर में बैठा कर खिस्सा गलबात करती हैं।

चाय पीते हुए पूछती, बतियाती हैं कि सुनिलवा अइले हैं कि नय ? और मनोहरा ? रनिया के पापा तो ट्रक पर लद के ऐल्थीन हैं। सुरजवा के तो पंचायत भवन में रखले है। 

और सुबह होते ही उन्हें पुनः स्कूल और पंचायत भवन भेज देती हैं कि- जो स्कूले में रहियों खाना भी मिलतौ और पैसा भी। 

पर दुख की बात तो ये है कि देश दुनिया में इतना कुछ होने के बाद भी उन्हें यह नहीं पता चल रहा कि 14 दिन सरकार अपने लिए नहीं बल्कि उनके ही घर के छोटे राकेश और फेकन के लिए कर रही है। 

उन्हें बीमारी के संक्रमण से कहीं अधिक लाड़-प्यार और सरकारी लाभ दिख रहा है। उन्हें कोरोना बचाव से ज्यादा ये दिख रहा है कि साबुन, सर्फ, मच्छरदानी, तकिया, भोजन और पैसा के साथ और क्या क्या मिल मिल रहा है। उन्हें न तो आरोग्य सेतु से मतलब है न ही संक्रमितों के लखपति बन जाने से। इन्हें सुविधा चाहिए जितना सुविधा मिल सके। 

पर ये वक़्त सुविधा भोगने का नहीं हम सबको एक साथ मिलकर लड़ने का है। कम से कम देश के लिए न लड़ पा रहे हों तो खुद के लिए लड़िये। एक एक व्यक्ति खुद के लिए लड़ ले तो देश आपनी एकता और सक्रियता से खुद लड़ लेगा। 

मगर जैसी मानसिकता और व्यवस्था गाँवों की दिख रही है स्थिति बहुत ही भयावह होने वाली है। ईश्वर न करे कि ऐसा हो पर ये भी याद रहे कि आप एक ऐसे गाँव में रह रहे हैं जहाँ के अस्पतालों में कोरोना से लड़ने के लिए न तो कोई जाँच कीट है न ही कोई नवीनतम यंत्र। बस पाँच पत्ता पैरासिटामोल का गोली, दो थर्मामीटर और एक ईश्वर का सथेटोस्कोप है।

-अभिषेक आर्यन कहानी

Suggested keyword:- 

Aatmnirbhar bharat, aatmnirbhar bharat abhiyan, aatm nirbhar bharat kya hai, aatm nirbhar bharat yojana 2020, aatm nirbhar bharat meaning, aatm nirbhar bharat image, aatm nirbhar bharat abhiyan, aatm nirbhar bharat abhiyan details, aatm nirbhar bharat abhiyan how to apply, Labour going home, going into labour at home, going into labour at home alone, going home outfit after labour, labour return to home, corona virus, corona virus impact, corona virus patient, corona virus effect
Previous Post Next Post